of tales read, heard, told; and some aimless thoughts
"बहुत हुआ
अब बस
अपना सच
पाना है
बिन signpost
यूँ कबतक
चलना?
कबतक ये
बिन परिणाम
परीक्षा?
समय की
गर्भ में
कबतक अजन्में
पकना?
डराओ मत
की वह
सौम्य नहीं
romantic नहीं
painful है
कठिन भी
पाने दो
मेरा हक
है, मेरा
सच है."
veryy nice!! May all of us find our truths!
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1 comment:
veryy nice!! May all of us find our truths!
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